भविष्य में खूंखार आतंकी हाफ़िज़ सईद बन सकता है पाकिस्तान का प्रधानमंत्री
मिमुली शॉर्ट में कुछ ऐसा पढ़ने में आएगा पाकिस्तान के चुनाव के जंग-ए-मैदान में उतरने वाली एक नयी राजनीतिक पार्टी का नाम. पाकिस्तान के चुनाव में उतरने के लिए इस पार्टी के मुखिया ने नाम का चोला बदला है,लेकिन अपनी हरक़तें शायद ही बदल सके. इसका वास्तविक नाम सुनकर दुनिया के देशों में दहशत की की लहर दौड़ जाती है. इस राजनीतिक पार्टी के लिए दहशत शब्द से शायद कुछ पाठक समझ जाए. जो नहीं जान पाए उन्हें इस मि.मु.ली. का नाम का पूरा नाम बताता हूँ. पाकिस्तान में नयी जन्मी पार्टी का पूरा नाम मिल्ली मुस्लिम लीग है. इसका पुराना नाम जमात-उद -दावा है. मिल्ली मुस्लिम लीग का जन्म की भी एक अजीबो-गरीब कहानी है. इस राजनीतिक पार्टी के मुखिया के नेता बनने और उसके बाद पाकिस्तान का प्रधनमंत्री बनने की खुजली तब शुरू हुई जब जब पूर्व पीएम नवाज़ शरीफ की पत्नी चुनाव लड़ रही थीं. और इस संगठन जमात-उद-दावा का समर्थित प्रत्याशी शेख याकूब वोट पाने के मामले में तीसरे नंबर पर आया था. जमात-उद-दावा ये वो आतंकवादी संगठन है जिसका मुखिया हाफ़िज़ सईद है. भारत समेत कई देशों में दहशगर्दी के लिए कुख्यात है. आतंक का मुखौटा उतार कर हाफ़िज़ सईद पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने की ख्वाहिश रखता है. इसके प्रधनमंत्री बनने की खुजली लगाने के पीछे पाकिस्तान के पिछले प्रधानमन्त्री ज़िम्मेदार हैं, जिन्होंने हाफ़िज़ सईद को आतंकवादी संगठन खड़ा करने में सिर्फ इसलिए मदद की थी,ताकि ये भारत का स्वर्ग कहे जाने वाले राज्य जम्मू-कश्मीर में दहशत फैलाकर भारत की नाक में दम किये रहे. इसीलिए आतंकवादियों के मुखिया को मैन और मनी पावर दी गयी थी. आई-गई देश की सरकारों ने कश्मीर में फैलाये आतंकवाद को रोकने का प्रयास किया होता तो ये कभी भी इतना ताक़तवर न हो पाता. पाकिस्तान सरकार, आई एस आई पाकिस्तानी आर्मी से मिली ताक़त के चलते आतंकी हाफ़िज़ को अपने सर्वशक्तिमान होने का अहंकार हो गया. हो भी क्यों न. जब वो छुट्टा सांड की तरह से पूरे पाकिस्तान में घूम-घूम कर भारत में आतंकवादी हमले करवाता था, तब ही उसे पाकिस्तान की आर्मी ने उअर पहुंचा दिया होता तो आज ये पाकिस्तान में 2018 में होने वाले एसेम्बली इलेक्शन में अपनी पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग को चुनाव न लड़ा पाता. एक कहावत है कि जो जसके लिए गड्ढा खोदता है वो किसी दिन खुद ही उस गड्ढे में गिर जाता है. दहशतगर्दी के दम पर पाकिस्तान में मज़बूती से अपने संगठन को मज़बूत बनाये रखने वाला हाफ़िज़ सईद अब पाकिस्तान की अवाम के लिए सिरदर्द बनने जा रहा है. हाफ़िज़ सईद ने ऐलानिया कह दिया है कि उसकी पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग पाकिस्तान में होने वाले एसेम्बली इलेक्सन में सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी. कोई बड़ी बात नहीं है जनतंत्र की जगह गनतंत्र वाला देश बन चुके पाकिस्तान में उसे जीत दर्ज़ करने से रोक पाने में वहां की कोई राजनीतिक पार्टी सक्षम नहीं दिख रही है. दुनिया के सामने भविष्य में कितना भीषण खतरा आने वाला है इसकी कल्पना इसी बात से की जा सकती है कि एक कुख्यात आतंकवादी भविष्य में पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने जा रहा है. जिसके पास असीमित शक्ति होगी.





Comments
Post a Comment