वोट-नोट पाने की कवायद में जुटे नेता और अभिनेता

  पद्मावती रिलीज मामले में सेकुलर फ़ोर्सेज का एकजुट होकर फिल्म की कहानी को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का विरोध देखते बन रहा है. इस मूवी के मुद्दे पर सबसे ज्य़ादा आश्चर्यचकित कर दिया पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने. उनहोंने मीडिया को बयान दे डाला कि किसी को भी इतिहास बदलकर पेश करने की इजाज़त नहीं दी जा सकती है. वहीँ इस मुद्दे पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री शशि थरूर के वीर राजाओं को भगोड़ा कहने पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य का भड़कना समझ में आता है. क्योंकि वो रजवाड़े परिवार से ताल्लुक रखते हैं. ये सब तो अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं. ताकि वोट बैंक बनाया जा सके. लेकिन संजय लीला भंसाली के समर्थन में एक बॉलीवुड हिरोइन जिन्होंने इस मूवी में कम किया है उनसे सवाल का जवाब चाहता हूँ.अदिति राव हैदरी बॉलीवुड में कोई भी फिल्म मेकर गर्व करने योग्य अब तक दिखा नहीं है. सभी संजय लीला भंसाली जैसे ही लोग हैं. बॉक्स ऑफिस पर मूवी को हिट करने के लिए हीरोइनों को जैसे-तैसे स्नान कराने के लिए नदी, नाले, बाथरूम और बारिश भिगाने तक ही सीमित रहते हैं, ताकि उनके भीगे हुए वज़नदार जिस्म से टपकती सेक्स अपील से दर्शकों को घसीटा जा सके और 1 रूपये का एक लाख बनाया जा सके. अब देखिये स्नान करते-करते प्रियंका चोपड़ा हॉलीवुड निकल लीं. जिन्हें मौक़ा मिलता है सब की सब उधर ही भाग छूटती है, जो नहीं जा पाती हैं वो बॉलीवुड में ही स्नान करी रह जाती हैं. हिरोइन को स्नान कराने तक सीमित रहने की मानसिकता की बात लिखने का कारण भी है. हॉलीवुड से सर रिचर्ड एटनबरो ने 18 साल तक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर रिसर्च करने के बाद 'गाँधी' मूवी बनायी जिसने आधा दर्ज़न से अधिक ऑस्कर जीते. इसमें हिरोइन की जगह बापू को नदी के किनारे स्नान तो नहीं कराया लेकिन मुंह ज़रूर धुलवाया था. एक डेनी बायल आये जिन्होंने स्लम एरिये में रहने वाले जमाल मालिक(काल्पनिक पात्र) पर मूवी बनायी उसने भी आधा दर्ज़न से अधिक ऑस्कर जीत लिए. अदिति जी सोचिये अगर गाँधी मूवी संजय लीला भंसाली बनाते तो वो गाँधी जी की जगह "बा"( पत्नी) को ज़रूर स्नान करवा देते और इसी तरह से जूते खा रहे होते जिस तरह से वीरांगना रानी पद्मावती को डांस कराने के बाद आज स्थिति है. ये विरोध किसी विशेष जाति का नहीं है. उन सभी लोगों के आत्म सम्मान की बात है जो इतिहास बन चुकी हस्तियों के चरित्र हनन के खिलाफ हैं.वैसे भी पद्मावती मूवी का विरोध और समर्थन चलता रहेगा. फिल्म रिलीज होगी या नहीं ये फिलहाल भविष्य के गर्भ में है.

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