3 आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों पर 1 साल का बैन लगाने का फैसला क्रिकेट को चौपट कर देने के सिवाये कुछ नहीं

आस्ट्रेलिया के तीन खिलाड़ियों के बॉल से छेड़छाड़ में फंसने के बाद के साल के लिए इन पर किसी फार्मेट का क्रिकेट खेलने पर रोक लगा दी गयी है. स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर आस्ट्रेलिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में सुमार किये जाते हैं.अपने देश को जिताने की जिस भावना से खेलते हैं.इन तीनों को इस तरह की गैरजिम्मेदाराना हरक़त नहीं करनी चाहिए थी. बॉल को छेड़ कर अपना तो नाम खराब किया ही साथ ही आस्ट्रेलिया जैसे देश 5 बार के विश्व कप विजेता के नाम पर कालिख पोत दी. कुछ खबरनवीस कह रहे हैं कि गेंद से छेड़छाड़ करने के चलते इनको करोड़ों का नुकसान हो गया है. इन लोगों को ये बात नहीं समझ में आ रही है कि तीनों फार्मेट का क्रिकेट न खेल पाने से स्टीव स्मिथ, डेविड वार्नर और बैंक्राफ्ट को जो एक साल के लिए प्रतिबन्ध की मारझेलनी पड़ेगी ये उनके खेल जीवन को चौपट कर देगी, उसका क्या. माना कि इन तीनों ने क्रिकेट के जूनून में जीत के लिए बॉल से छेड़खानी की थी.जिसके परिणाम स्वरुप इन्हें 1 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया. आईसीसी को इस पर कुछ लचीला होना चाहिए. जैसा कि दक्षिण अफ्रीका के कप्तान हेंसी क्रोनिये अपने युवा साथी खिलाड़ी के साथ जब मैच फिक्सिंग में फंसे थे तो उन्होंने कहा था कि इसका क्रिकेट जीवन लंबा चलेगा उसे कम सजा दी जाये. वैसे तो सभी खेल मनोरंजक होते हैं, लेकिन जब से फ़टाफ़ट क्रिकेट शुरू हुआ है तब से इस खेल में रोमांच कई गुना ज्यादा बढ़ गया है. इसी कारण से क्रिकेट देखने वाले जितने स्टेडियम में होते हैं उससे कई हज़ार गुना टीवी पर चिपक कर मैच देखते हैं. यह बात बहुत अच्छे याद है जब सचिन तेंदुलकर क्रिकेट खेलते थे, तब भारतीय टीम आस्ट्रेलिया के दौरे पर जा रही थी, लेकिन सचिन किन्हीं कारणों से इस दौरे पर नहीं जा रहे थे. इसका असर ये रहा कि बहुत से आस्ट्रेलियाई क्रिकेट प्रेमियों ने सचिन के न आने की खबर के कारण टिकटें नहीं खरीद रहे थे. इस बात की शिकायत एमसीसी ने बीसीसीआइ से की थी कि सचिन के क्रिकेट दौरे पर न आने से आस्ट्रेलियाई क्रिकेट प्रेमियों निराशा है, टिकटों की सेल पर असर पड़ रहा है. अब सोचिये आस्ट्रेलिया जैसे देश में अपनी टीम के खिलाफ खेलने वाले खिलाड़ी सचिन के न आने से क्रिकेट प्रेमी निराश थे, जबकि उन्हें खुश होना चाहिए था कि अगर सचिन नहीं आ रहे हैं तो आस्ट्रेलिया के जीतने की उम्मीदें बढ़ जाती हैं. सभी खेल प्रेमी खिलाड़ी के खेल से प्यार करते हैं. उन्हें विरोधी टीम के खिलाड़ियों के खेल से प्यार होता है. वो उसके खेल के ज़बरदस्त अंदाज़ को पसंद करते हैं. भारत के धुर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ वसीम अकरम और शोएब अख्तर को बहुत से भरतीय खेल प्रेमी उनकी गेंदबाज़ी के कारण पसंद करते हैं. ये सब लिखने का मक़सद ये नहीं है कि इस तरह की क्रिकेट के मैदान में होने वाली घटनाओं का समर्थन कर रहा हूँ. मैं भी खिलाफ हूँ, क्रिकेट के रोमांच में जब दर्शक बवाल कर सकते हैं तो मैदान में खेल रहे खिलाड़ी का क्रिकेट की मर्यादाओं से हट गलत कर जाता है. किसी खिलाड़ी को इतनी सजा देना अनुचित लगता है. मैदान में होने वाली गलतियों पर खिलाड़ी को रियायत दी जानी चाहिए. सज़ा भी ऐसी दें कि वो इस गलती को दोहराने से डरे. फिक्सिंग और सट्टेबाजी में फंसने वाले को तो क्षमा न करना चाहिए, उस को कड़ी सज़ा देकर खेल को बचाया जाना चाहिए.सोचिये इसी तरह से खिलाड़ियों पर प्रतिबन्ध स्वरूप 1 साल के लिए बैन लगने लगेगा तो क्रिकेट प्रेमी स्टेडियम में किस खिलाड़ी के लिए जायेंगे.

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