कार्तिक ने अंतिम गेंद पर छक्का मारकर युवा खिलाड़ियों को गिफ्ट में दिया निदहास कप
श्रीलंका में खेली जा रही टी-20 त्रिकोणीय श्रंखला का फाइनल मैच भारत और बांग्लादेश के बीच खेला गया. फाइनल में भारत ने बांग्लादेश की टीम को 4 विकेट से पीट दिया. इस ट्राई सीरिज की ख़ास बात ये रही कि भारत की इस टीम में युवाओं को मौक़ा दिया गया. सभी युवाओं ने ज़बरदस्त खेल का प्रदर्शन करते हुए इस इन्तिहान को पास कर लिया. युवाओं से सजी इस टीम को ट्राई सीरिज खेलने भेजने के पीछे बीसीसीआई की मंशा आगामी विश्व कप की तैयारी रही होगी. लगता अब बीसीसीआइ भी प्रोफेशन देशों की तरह सोचने लगी है. आस्ट्रेलिया, इंग्लैण्ड, दक्षिण अफ्रीका, न्यूज़ीलैंड आदि देश भी फ़टाफ़ट क्रिकेट की अहम प्रतियोगिताओं को ध्यान में रखते हुए नये और पुराने खिलाड़ियों की मिश्रित टीम को दूसरे देशों में खेलने के लिए भेजती है. बड़ी प्रतियोगिताओं का खिताब जीतने के लिए आस्ट्रेलिया सबसे अधिक इस तरह के प्रयोग करता है. यही वज़ह रही है कि आस्ट्रेलिया 50-50 क्रिकेट के 11 विश्व कप में से 5 विश्व कप अपने नाम कर चुका है. एक लेख में मैंने ये लिखा था कि भारत के अंडर 19 विश्व कप के विजेता खिलाड़ी पुराने खिलाड़ियों के कारण विश्व कप जैसी मुख्य क्रिकेट प्रतियोगीताओं में नहीं खेल पाते हैं. इसलिए बीसीसीआइ को चाहिए कि बड़े मैचों को जीतने के लिए दो देशों के बीच खेली जाने वाली सीरिज में युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने और अपनी संघर्ष क्षमता बढाने का मौक़ा दिया जाना चाहिए. ताकि भारत के उदीयमान खिलाड़ी आगे आ सकें. कुछ ऐसा ही श्रीलंका में खेली गयी ट्राई सीरिज में देखने को मिला. नये और युवा खिलाड़ियों की मिश्रित टीम को भेजकर बीसीसीआइ ने एक प्रयोग किया जिसमें उसे पूरी पूरी सफलता मिली. युवाओं से सजी इस टीम का हैसला बनाए रखने में इस टीम के कप्तान रोहित शर्मा, शिखर धवन,सुरेश रैना पूरी तरह से सफल रहे. इनके साथ विकेटकीपर दिनेश कार्तिक का नाम इसलिए नहीं लिया क्योंकि वो ट्राई सीरिज के सभी मैचों में युवा खिलाड़ियों को अपना पूरा-पूरा सपोर्ट देते रहे. किसी भी अहम मुकाबले में एक छोर पर खड़े होकर युवाओं के लिए मैच जिताऊ पारी खेलते दिखाई दिये. ट्राई सीरिज के फाइनल में शिखर धवन-10, सुरेश रैना-7, के एल राहुल-24, एम पाण्डेय-28,रोहित शर्मा-56 के आउट हो चुके थे. भारत को जीत के लिए 12 गेंदों में 34 रन चाहिए थे, जीत लगभग भारत के हाथ से फिसल चुकी थी. लेकिन दिनेश कार्तिक ने एक छोर से मोर्चा संभालते. 19वें ओवर में 22(6+4+6+4) रन बनाकर भारत को थोड़ी सी जीत की उम्मीद जगायी. 20 वें ओवर में 5 गेंदों पर सिर्फ 7 रन ही बना पाया और मैच की अंतिम गेंद के लिए स्ट्राइक एंड पर दिनेश कार्तिक थे ऑफ स्टाम्प के बाहर टप्पा खायी गेंद को कार्तिक ने हवा में सीमा रेखा के बाहर पहुंचा कर भारत को खिताबी जीत दर्ज करवा दी. दिनेश कार्तिक ने सिर्फ 9 गेंदों पर 29 रन ठोंक दिये. भारत के लिए ये सीरिज बहुत ही महत्वपूर्ण रही कि भारत को अगले विश्व कप के लिए मैच जिताऊ कई एक युवा खिलाड़ियों के मिलने की पूरी उम्मीद है.




Comments
Post a Comment