दलविहीन शरद यादव देशाटन कर बनायेंगे तीसरा मोर्चा

राजधानी लखनऊ आकर पत्रकारों से कह गए हैं कि वो तीसरा मोर्चा बनाने देशाटन कर सभी मोदी विरोधी दलों को एकजुट करेंगे. अब इनकी बातों में कितना दम है. आज जो जदयू से अलग होकर एक नयी पार्टी का गठन कर नहीं पाए हैं, वो नेता तीसरे मोर्चे के लिए सभी मोदी विरोधियों को कैसे एक साथ ला पायेंगे एक बहुत बड़ा सवाल है.राजनीति के अनुरूप ही लखनऊ में पिछड़ा, अल्पसंख्यक,दलित आदिवासी मंच के कार्यक्रम में शिरकत करने आये थे. इस मंच के नाम से ही समझा जा सकता है कि शरद यादव देश और समाज जोड़ने के लिये लिए निकले हैं या नीतीश कुमार और एन डी ए पर अपनी खीज निकालने देशाटन कर रहे हैं. क्या देश में ब्राह्मण, ठाकुर और बनिया नहीं रहता है. जिस मंच को ये साझा करने आये थे, उस मंच के नाम से ही समझा जा सकता है कि देश में रहने वाले सभी वर्गों को एकजुट कर रहे हैं या लक्ष्य में केंद्र की सत्ता है. एन डी ए को डूबता जहाज बताने पर खूब तालियाँ बटोरी होंगी, लेकिन दिल में प्रधनमंत्री मोदी का डर बराबर बना हुआ होगा. आज के राजनीतिक हालात पर नज़र डाली जाए तो सभी मोदी विरोधी दलों की ऐसी हालत देख कर हंसी आ है. कोई भी मोदी विरोधी दल इक्का-दुक्का सीटें जीत जाता है तो सभी विरोधी नेताओं में ख़ुशी की लहर दौड़ जाती है. यूपी के उप चुनाव में बीजेपी के दोनों सीटें हर जाने की ख़ुशी सपा-बसपा को नहीं हुई होगी उससे ज्यादा खुशफहमी दूसरे दलों को हो गयी है. जिस कांग्रेस के दोनों प्रत्याशी मिलकर इतने वोट पाए जितने मार्जिन से सपा प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी. कांग्रेस को सपा-बसपा की जीत की नहीं भाजपा के हारने की ख़ुशी ज्यादा थी. कुछ ऐसी ही खुशफहमी लेकर शरद यादव भी बिना पार्टी के एक जुटता की अलख जगाने निकले हैं. जिस नेता की अपनी हो पार्टी में एक न चलती हो वो तीसरे मोर्चे के गठन में कितना सफल हो पायेगा, चकरा देने वाली बात है. उप चुनाव में यूपी की 2 और बिहार की एक लोकसभा सीटें हर जाने पर एन डी ए डूबता जहाज कैसे हो सकता है जबकि कांग्रेस 2014 राज्यों के भी चुनाव हारती चली आ रही है. क्या शरद यादव को ये लगता है कि हारने के बाद भी कांग्रेस तैरता हुआ जहाज है. जिस व्यक्ति की कोई सोच न हो वो महज़ भटक ही रहा हो उससे तीसरे मोर्चे के गठन कर लेने की बात  गले नहीं उतरती है. शरद यादव कितना कर पायेंगे ये 2019 लोकसभा के आम चुनाव से पहले सभी को मालूम पड जाएगा. 
     

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