होनहार टिल्लू ने समझा दिया कि आज भी लोगों की अलमारी उनका एटीएम है
'होनहार बिरवान के होत चिकने पात' आज इस मसल का अर्थ पडोसी मित्र कुमार के 10 साल के बेटे टिल्लू ने समझा दिया. अचानक से डोरबेल बजी तो कुर्सी उठकर दरवाजा खोला तो सामने मेरा खुराफाती दिमाग टिल्लू खड़ा मुस्कराते हुए धक्का सा देता हुआ ड्राइंगरूम में आ घुसा. टिल्लू अक्सर ही न नमस्ते न बंदगी धक्का देना और घर में घुस आना और अपना राग अलापने लगना. ड्राइंग रूम से जुड़ा किचन होने के कारण धर्मपत्नी ने वहीं से पूछा कौन आया है. तो जवाब में बताया तुम्हारा लाडला बेटा आया है. टिल्लू मेरी पत्नी जी के लिये हीरो से कम नहीं है. प्यारा सा गोल-मटोल गोरा-चिट्टा टिल्लू अक्सर उसे अपनी इसी सुन्दरता के कारण ठगता रहता है. गाहे-बगाहे आएगा और आंटी-आंटी कर के 10,20,50 रूपये उधार माँगने लगेगा. लौटाने का इतना ही आश्वासन कि कल पापा देंगे तो लौटा दूंगा. वो कल कई दिनों बाद आता था. टिल्लू का नाम सुनकर श्रीमती जी ड्राइंगरूम में हाथ पोछते हुए टिल्लू के करीब पहुँच कर बोली और टिल्लू क्या हाल हैं, कैसे आना हुआ किसी चीज की ज़रूरत है. इस पर टिल्लू बोल पड़ा, आंटी कल आपसे लिए 50रूपये लौटाने आया था. श्रीमती ने उसके मासूम से जवाब मुस्करायी ,क्योंकि टिल्लू 50 रुपये एक हफ्ता पहले ले गया था. हाथ आगे कर दिया तो टिल्लू ने 10-10 के मुड़े-तुड़े नोट निकालकर श्रीमती की हथेली पर रख दिए. बिस्किट प्लेट पर रखे जा चुके थे, सो टिल्लू एक उठाकर कुतरने लगा, तो मैंने टिल्लू को छेड़ते हुए पूछा और बताओ, देश के क्या हाल-चल हैं. एक बात बताता चलूँ कि अक्सर टिल्लू अपने पिताश्री की बातों को सुनने के बाद उन बातों को तोड़-मरोड़ मुझ तक भी पहुंचा देता था. इसीलिए अच्छी स्मरण शक्ति का मालिक ये 10 साल का टिल्लू मुझे बहुत प्रभावित करता है. मेरी बात सुनकर एकदम से पूछ बैठा अंकल पेटीएम या ऑन लाइन पर्चेज क्या होता है. इस पर मुस्कारते हुए कहा कि जिन लोगों के पास काला पैसा होता है वो इसका इस्तेमाल लिमिटेड करते हैं. इसके साथ ही बिना किसी नकदी के आपस में सब कुछ खरीदा जा सकता है. तुम्हें क्या तुम्हारे पास तो सब सफ़ेद रुपया हैं. इस पर टिल्लू सोचने वाले अंदाज़ में बोला, लेकिन मम्मी से पापा कह रहे थे कि पेटीएम, क्रेडिट कार्ड से फालतू की ज्यादा खरीदारी न करना जो ज़रूरी हो वही खरीदना, बाकी फालतू की पर्चेजिंग अलमारी में रखे रुपयों से ही करना और आप कह रहे हैं कि तुम्हारे पास सफ़ेद रुपया है, पापा के पास सफ़ेद क्यों नहीं है, जबकि मैं उनका बेटा हूँ. यह सोच कि कहीं ऐसा न हो कि ये चवन्नी टिल्लू अपने पिताश्री से ये न बता दे कि मैं कुछ ऐसा बोल या पूछ रहा था. बातों को घुमाते हुए मैंने का पापा बड़े अधिकारी हैं. उन्हें सरकार से सेलरी मिलती है. तुम तो कोई काम नहीं करते हो तो तुम्हारे पास पैसा कहां से आएगा, ये तो तुम्हें पापा ही तो देंगे. इस पर हल्के से उसकी खोपड़ी हिली और बहुत ही शातिराना अंदाज़ में बोला अब मुझे समझ में आ गया है कि माँ की अलमारी में रखा रूपया फालतू खर्च के लिए ही है. फिर अचानक स्प्रिंग की तरह उछलकर खड़ा हुआ और किचन की तरफ बढ़ गया, कुछ देर बाद जेब में कुछ रखते हुए आंटी बाय और अंकल बाय करके दरवाजे से बाहर निकल लिया, कुछ देर बाद श्रीमती जी ने हंसते हुए बताया कि टिल्लू सौ रूपये उधार लेकर गए हैं कल लौटाने की बात कही है. इस पर मैंने पत्नी को कहा चिंता न करो तुम्हारा टिल्लू बहुत ही समझदार है कल ही अपना उधारा चुकता करने आयेगा,क्योंकि उसे पता चल चुका है कि उसका एटीएम, पेटीएम मम्मी,पापा की अलमारी है. कुछ ऐसा होनहार है टिल्लू बड़ा होकर अपने पिता का नाम रौशन करेगा.




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